सिर्फ एक बार सिर्फ एक बार (x2)
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
हजार बार उठेंगे कदम खुदा की तरफ (x2)
बस एक बार चले आओ मुस्तफा की तरफ
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
ग़म सभी राहतो तस्कीन में ढल जाते हैं
जब करम होता है हालात बदल जाते हैं (x2)
कोई देखे तो कहे उनकी दुहाई देकर (x2)
या मुहम्मद से तो पत्थर भी पिघल जाते हैं
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार(x2)
कोई आ जाये तलब से भी सिवा देते हैं
आये बीमार तो हर दुःख की दवा देते हैं (x2)
गालियां देता है कोई तो दुआ देते हैं (x2)
दुश्मन आ जाये तो चादर भी बिछा देते हैं
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
दुआ को बाबे असर से गुजार कर देखो
दरे नबी पे खुदा को पुकार कर देखो
शुमार हो नहीं सकते शुमार कर देखो
तुम उनसे दूर हो लेकिन वो तुमसे दूर नहीं
यकीं न आये तो उनको पुकार कर देखो
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
देख लो धुप मदीने का पता देती है
इश्क वालों को तो गर्मी भी मजा देती है (x2)
क्यूंकि सूरज की अगर एक किरण रोजाना (x2)
खूब दीवारे मदीना का मजा लेती है
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
उनकी रहमत ने तो कतरे को दरया कर डाला
खाली दामन जिसको देखा उसको भर डाला (x2)
मांगने गया भीक तो हमको गनी कर डाला
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
हजार बार उठेंगे कदम खुदा की तरफ (x2)
बस एक बार चले आओ मुस्तफा की तरफ
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
ग़म सभी राहतो तस्कीन में ढल जाते हैं
जब करम होता है हालात बदल जाते हैं (x2)
कोई देखे तो कहे उनकी दुहाई देकर (x2)
या मुहम्मद से तो पत्थर भी पिघल जाते हैं
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार(x2)
कोई आ जाये तलब से भी सिवा देते हैं
आये बीमार तो हर दुःख की दवा देते हैं (x2)
गालियां देता है कोई तो दुआ देते हैं (x2)
दुश्मन आ जाये तो चादर भी बिछा देते हैं
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
दुआ को बाबे असर से गुजार कर देखो
दरे नबी पे खुदा को पुकार कर देखो
शुमार हो नहीं सकते शुमार कर देखो
तुम उनसे दूर हो लेकिन वो तुमसे दूर नहीं
यकीं न आये तो उनको पुकार कर देखो
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
देख लो धुप मदीने का पता देती है
इश्क वालों को तो गर्मी भी मजा देती है (x2)
क्यूंकि सूरज की अगर एक किरण रोजाना (x2)
खूब दीवारे मदीना का मजा लेती है
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
उनकी रहमत ने तो कतरे को दरया कर डाला
खाली दामन जिसको देखा उसको भर डाला (x2)
मांगने गया भीक तो हमको गनी कर डाला
ऐसे हैं सरकार मेरे ऐसे हैं सरकार
दिल से मुस्तफा को तू पुकार होगा बेडा पार (x2)
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