Monday 19 November 2018

नबी की याद में मिलाद जो मनाते हैं

नबी की याद में मिलाद जो मनाते हैं 
ठिकाना अपना वो जन्नत में हां बनाते 

 रबिउन्नूर की बरकत है आशिकों देखो 
दीवाने उनके हैं जो भी वो घर सजाते हैं 

ये जश्न आक़ा की है यार अदब से बैठो 
सुना है हमने कि इसमें वो भी आते हैं 

ये रुपया पैसा की औकात क्या है ऐ लोगों 
नबी के इश्क़ में आशिक़ तो घर लुटाते हैं 

हमारे घर के छतों पर वो देख कर झण्डा 
वहाबी नज्दी ऐ तनवीर मुँह बनाते हैं 

Sunday 4 November 2018

jindagi ye nahi hai kisi ke liye

वल्लाह वल्लाह x5

जिंदगी ये नहीं है किसी के लिए
जिंदगी है नबी की नबी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5

ना समझ मत है जिंदगी के लिए
जीना मरना है सब कुछ नबी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5

चांदनी चार दिन है सभी के लिए
है सदा चाँद अब्दुन्नबी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5


ऐश कर लो यहाँ मुन्किरो  चार दिन
मर के तरसो गे उस जिंदगी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5


जिनके दिल में है इश्के नबी की चमक
वो तरसते नहीं चांदनी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5

अखतरे कादरी खुल्द में चल दिया
खुल्द वा है हर एक कादरी के लिए

वल्लाह वल्लाह x5

Aamina ke gharwan hai Huran ka mela

आमिना के घरवा है हुरन क मेला 
सगरो अटरिया  डगर मगर होवे 
बन के खिलौना मोरे नबी क अमबर  पे चँदवा इधर उधर होवे 

गूँजत है खेतवन में बागे बहारी 
झूमत है पेड़वन के हर डाली डाली 
कोहराम बरपा है आतिश कदनवा 
बूतवन के गोड़वा लचर मचर होवे 

आमिना के घरवा है हुरन क मेला 
सगरो अटरिया  डगर मगर होवे 
बन के खिलौना मोरे नबी क अमबर  पे चँदवा इधर उधर होवे 

अइसन नबी केहू आवा न आयी 
इ मर्तबा केहू पावा न पायी 
बरसे करम के सबपे सवनवा 
उनकर नजरिया जिधर जिधर होवे 

आमिना के घरवा है हुरन क मेला 
सगरो अटरिया  डगर मगर होवे 
बन के खिलौना मोरे नबी क अमबर  पे चँदवा इधर उधर होवे 

बाजत है कलमे की हरसू बसुरिया 
दोनों जगत में है फैली उजरिया 
कर दें दया जो शाहे मदीना 
ख़ुशियनं में सबका गुजर बसर होवे 

आमिना के घरवा है हुरन क मेला 
सगरो अटरिया  डगर मगर होवे 
बन के खिलौना मोरे नबी क अमबर  पे चँदवा इधर उधर होवे 

Wo mera nabi hai naat lyric

wo jiske liye mahfile kaunain saji hai firdose bari jiske wasile se bani hai wo hashmi makki madniul arbi hai wo mera nabi mera nabi mera na...