ये दुनिया की मोहब्बत तो हमेशा ही रुलायेगी
नबी से प्यार कर लो तुम वो जन्नत लेके जाएगी
न हो आराम जिस बीमार को सरे ज़माने से
उठा लाये वो थोड़ी खाक उनके आस्ताने से
पढ़ो सल्ले अला देखो शिफा तो मिल ही जाएगी
मोहम्मद मुस्तफा के नाम ने तूफान का रुखः फेरा
जरा सा फैसला था दिल की कश्ती दुब जाने में
नबी के नाम से यारो शिफ़ायत मिल ही जाएगी
मोहम्मद की मोहब्बत दिने हक़ की शर्ते अव्वल है
इसी में हो अगर खामी तो सब कुछ न मोकम्मल है
मोहब्बत मेरे आका की मेरी किस्मत बनाएगी
कभी जो याद आएगी मोहम्मद मुस्तफा की तो
दरूदे पढ़ते रहना तुम ये तेरे काम आएगी
तेरे दिल में अगर तनवीर मोहब्बत मुस्तफा की है
अजबे कब्र से फिर तो मोहब्बत ये बचाएगी
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